अक्रूरा नेऊ नको मथुरेला, प्रियकर अमुचा श्याम
घेरति रथ प्रियजन व्रजकुमरी ओढिति धरुनी शेला
गोकुळजन वृंदावनवासी आळविती अलबेला
नेऊ नको ना राजस राणा माझा छेल छबेला
सोडुनि जाशी सावळिया रे, तुजविण जीव भुकेला
कदंब गाळी आसु फुलांचे- पूर येइ यमुनेला
येइल का कधि परत गोकुळी हंस उडोनी गेला
रडुनि रडुनि वाट भिजे- धूळ उडेना पाही
दूर दूर रथ जाता दृष्टि पडेना काही
गीत – राजा बढे
संगीत – पांडुरंग दीक्षित
स्वर- विनोदिनी दीक्षित
गीत प्रकार – भावगीत